कैबिनेट मंत्री और उनके ड्राइवर के घर छापेमारी के बाद क्या बोले ईडी के अधिकारी आप भी सुनें।
लोकेश त्रिपाठी – उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार के पूर्व मंत्री व मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुसीबतें कम होने का नाम ही नही ले रही हैं। हालांकि गायत्री प्रसाद प्रजापति बलात्कार के आरोप में जेल में बंद हैं। अखिलेश सरकार में गायत्री प्रजापति के पास खनन विभाग था जिससे गायत्री ने अपार संपदा बनाई थी। गायत्री प्रसाद प्रजापति कि इस अकूत संपत्ति को संभालने के लिये गायत्री का बड़ा बेटा अनिल प्रजापति ने बोगस यानि नकली नाम से कई कंपनी खोल रखी थी अनिल की इसी कंपनी में काम करने वाले मैनेजर ने अनिल के इस फर्जीवाड़े की शिकायत ईडी व लखनऊ प्रशासन से की थी । जिसके बाद प्रशासन ने गायत्री के बड़े अनिल को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अनिल की कंपनियों की जांच के लिये ईडी ने अपने अधिकारियों की कई टीम गठित की थी ।। जो कि आज सुबह अनिल प्रजापति के दफ्तर पर छापा मारा जो कि लखनऊ के विभूति खंड ओमेक्स में है । इसी समय ईडी की दूसरी टीम ने आज सुबह ही गायत्री के अमेठी स्थित आवास विकास की कालोनी में बने घर पर छापा मारा साथ ही ईडी के अधिकारियों ने गायत्री के करीबी व उनके निजी चालक रामराज यादव के घर पर भी छापा मारा। आधे दर्जन से अधिक अधिकारियों की टीम का एकाएक छापा मारने से लोग सकते में आ गये। हालाकि ईडी के अधिकारियों ने इस छापेमारी से मीडिया से दूरी बना रखी थी। सुबह साढ़े सात बजे से हुई इस छापेमारी में ईडी अधिकारियों को कई दस्तावेज हाथ लगे जो कि मनी लॉन्ड्रिंग से सम्बंधित हैं । ईडी की छापेमारी के बाद गायत्री के विश्वसनीय ड्राइवर रामराज के परिजनों की माने तो ईडी के अधिकारी कई घंटे आलमारी व बक्सों की तलाशी ली जो अलमारी व बक्से नही खुले उन्हें तोड़ दिया और रखे कागजात अपने साथ उठा ले गये।