दुर्गेश यादव मर्डर केस का पुलिस ने किया खुलासा, पलक ठाकुर सहित दो गिरफ्तार
लखनऊ: राजधानी के पीजीआई थाना क्षेत्र में गोरखपुर के हिस्ट्रीशीटर अपराधी दुर्गेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस सनसनीखेज घटना को चुनौती के रूप में लेते हुए महज कुछ ही घंटों में खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या के मामले में एक महिला सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
वारदात का खुलासा हुआ, तो पता चला कि हिस्ट्रीशीटर एक बड़ा जालसाज था और उसकी हत्या करने वाले उसके द्वारा की गई ठगी का शिकार हुए थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक हिस्ट्रीशीटर ने उन लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर 65 लाख रुपए ऐंठ लिए थे. दुर्गेश यादव लखनऊ के सेक्टर-14 वृंदावन में एटा निवासी मानवेंद्र के मकान में आकर रुका था. जिसकी भनक हम लोगों को लग गई थी.
मानवेंद्र यादव की तहरीर पर फिरोजाबाद के रहने वाले मनीष यादव व गोमती नगर की रहने वाली पलक ठाकुर व उनके अज्ञात साथियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने आरोपियों की तेजी से तलाश शुरू कर दी. पीजीआई पुलिस को कामयाबी मिलने में देर नहीं लगी और आरोपी मनीष यादव और पलक ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस और हत्या में इस्तेमाल की गई कार बरामद कर ली है.
पुलिस ने बताया कि दुर्गेश यादव जिस मकान में आकर रुका था. उस मकान की तलाशी में तमाम ऐसे फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं जो बताते हैं कि दुर्गेश यादव के द्वारा बड़े पैमाने पर लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगने का काम किया जा रहा था. पुलिस अब उन लोगों की तलाश भी कर रही है, जो आरोपियों के साथ कार में सवार होकर दुर्गेश की हत्या करने आए थे.