महिला समानता दिवस पर जारी हुआ सर्वे “बात बराबरी की”
डॉ0 विपिन अग्निहोत्री
- आज भी महिलाये कर रही है इंतज़ार समानता का
स्कार्ड संस्था (सोशल कलेक्टिव एक्शन फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट) द्वारा महिला समानता दिवस के मौके पर किये गए सर्वे “बात बराबरी की” मे कुछ आश्चर्यजनक तथ्य निकल कर सामने आये है. सबसे पहले, पुरुष सीईओ की तुलना मे महिला सीईओ की सैलरी ४५ परसेंट कम पायी गयी. इसके अलावा, तीनो सेनाओ के कुल सैनिको मे महिलाओ की हिस्सेदारी सिर्फ ०.७ परसेंट है, वही देश की कुल महिला आबादी मे सिर्फ २२ परसेंट वर्किंग क्लास महिलाये है.
इस मौके पर स्कार्ड संस्था के अध्यक्ष डॉ विपिन अग्निहोत्री ने बताया की समानता, वो शब्द जिसकी बाते होती है. हमारे आपके घर मे, समाज मे और देश की संसद मे भी. लेकिन, क्या हमारे देश की महिलाओ की किसी सेक्टर मे पुरुषो के बराबर भागीदारी है? क्या उन्हें पुरुषो जैसा काम करने पर उनके बराबर सैलरी मिलती है? इन सभी सवालो का जवाब पाने के लिए ही हमने इस सर्वे को अंजाम दिया, और इन सब सवालो का जवाब आया नहीं मे.
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (अठावले) के उत्तर प्रदेश व्यापार विंग के अध्यक्ष करन कुमार जिन्होंने इस सर्वे मे मुख्य भूमिका अदा की बताते है की हाल ही मे २०१९ की सिविल सर्विसेज के नतीजे आये. कुल ८२९ कैंडिडेट सेलेक्ट हुए. इनमे से १९७ यानी, २३.७ परसेंट महिलाये थी. पिछले पांच साल का ट्रेंड देखे तो २०१५ मे सेलेक्ट हुए कैंडिडेट्स मे सबसे कम १९.७ परसेंट महिलाये थी. यानी, किसी भी साल कुल सेलेक्ट कैंडिडेट मे महिलाओ की हिस्सेदारी २५ परसेंट नहीं रही है.