मानवता की मिसाल

रायबरेली यूं तो गरीबों और अन्य जनमानस की भूख मिटाने के लिए प्रशासन व अन्य तमाम समाजसेवी संगठन सक्रिय है। परन्तु रोड पर घूम रहे आवारा बेजुबान जानवरों की ओर कोई भी सुध नहीं ले रहा है। कुछेक लोग ही है जो बेजुबानों की सेवा कर पुण्य प्राप्त कर रहे है। लॉक डाउन का तृतीय चरण अंतिम पड़ाव पर है ऐसे विसम परिस्थितियों में गुड्डन अवस्थी, अंकित मिश्रा व उनकी टीम ने बेजुबानों के भोजन का जिम्मा करीब 15 दिनों से उठा रखा है।
अंकित मिश्रा की यह मुहिम क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग उनकी टीम की प्रशंसा करते हुए नहीं थक रहे हैं। जिस तरह अंकित मिश्रा व उनकी टीम निस्वार्थ भाव से आज कईयों दिनों से गौ सेवा में लगे हुए है वाकई काबिले तारीफ है। वे बेजुबानों को भोजन के रूप में हरी सब्जियां कद्दू, खीरा व पालक आदि का प्रयोग करते है।
ये काम इतना भी आसान नहीं है अंकित मिश्रा व उनकी टीम सुबह से ही सब्जी खरीदना व उनकी कटिंग करने में जुटे रहते है। उसके बाद कटिंग की हुई को रिक्शे में रख कर लालगंज व परिक्षेत्र में उसका वितरण बहुत कठिन काम है। इस पुण्य काम को करने के समय सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क, सेनेटाइजर का प्रयोग हो रहा है। बात करने पर गुड्डन अवस्थी ने बताया कि हम लोग आज कईयों दिनों से इस मुहिम में लगे हुए है और लॉक डाउन जब तक चलेगा तब तक वे तथा उनकी टीम इस पुनीत कार्य को सम्पन्न करते रहेंगे।