लखनऊ में हर्षोल्लास से मनाया गया बैसाखी पर्व
- गुरुद्वारों में काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने टेका माथा
लखनऊ। लखनऊ के गुरुद्वारों में खालसा पंथ का 323वां साजना दिवस (बैसाखी पर्व) श्रद्धा एवं पारम्परिक हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर शबद-कीर्तन व लंगर का आयोजन हुआ। गुरुद्वारों में काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने माथा टेका। इस अवसर पर ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु नानक देव जी, श्री गुरु सिंह सभा नाका हिन्डोला में गुरुद्वारा साहिब का भव्य दीवान हाल बहुत खूबसूरती से सजाया गया।
दीवान हाल के बीचों-बीच फूलों से सुसज्जित सुन्दर पालकी साहिब में श्री गुरुग्रन्थ साहिब का प्रकाश हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री अखण्ड पाठ से हुआ। पाठ की समाप्ति के पश्चात भाई सुखप्रीत सिंह जी ने पवित्र आसा दी वार का अमृतमयी शबद कीर्तन कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। ज्ञानी सुखदेव सिंह ने बैसाखी पर्व पर कथा व्याख्यान किया।
श्री दरबार से विशेष रूप से आए रागी जत्था भाई राजेश सिंह व रागी जत्था भाई सतनाम सिंह ने शबद गायन कर साध संगत को निहाल किया। शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के गुरमत प्रचारक डाक्टर हरप्रीत कौर खालसा, अमृतसर वालों ने खालसा पंथ साजना दिवस पर विचार व्यक्त किये।
महामंत्री हरमिन्दर सिंह टीटू ने बताया कि सुबह अमृत संचार का कार्यक्रम का भी हुआ। अमृतसर से आए पांच प्यारों ने अमृत पान कराया। इसके बाद गुरु का लंगर समस्त संगतों में वितरित किया गया। उधर गुरूद्वारा सदर और यहियागज सहित अन्य गुरूद्वारों में भी शबद-कीर्तन व लंगर का आयोजन हुआ। काफी संख्या में सिक्ख परिवारों के सदस्यों ने गुरूद्वारों में माथा टेका।