
अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने गुरुवार को अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की. इसके साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 18 अक्टूबर को पार्टी नेताओं की अहम बैठक बुलाई है. इसमें सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी, सभी कार्यकारी सदस्य, प्रदेश अध्यक्ष और महासचिवों को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है. बैठक में संगठन के काम काज के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव पर भी गहन चर्चा होगी. बैठक में आगामी चुनाव को लेकर बीजेपी की रणनीति पर भी चर्चा होगी. बीजेपी मुख्यालय में सुबह 10 बजे यह बैठक होगी. इसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब समेत सभी चुनावी राज्यों के सभी मुद्दों पर गहन चर्चा होगी.
बीजेपी की नयी राष्ट्रीय कार्यसमिति में पीएम मोदी समेत 80 सदस्य
बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की घोषणा कर दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी सहित 80 नेताओं को सदस्य मनोनीत किया गया है. भाजपा महासचिव अरूण सिंह की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक कार्यसमिति में 50 विशेष आमंत्रित सदस्य और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य (पदेन) भी होंगे. जिनमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधायक दल के नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन और संगठक शामिल हैं.
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करती है और संगठन के कामकाज की रूपरेखा तय करती है. कोविड-19 महामारी के चलते लंबे समय से राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक नहीं हुई है. कार्यसमिति के मनोनीत सदस्यों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई केंद्रीय मंत्री, सांसद व वरिष्ठ नेता शामिल हैं. कार्यसमिति में पूर्व मंत्रियों हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद को भी जगह दी गई है.
क्या है राष्ट्रीय कार्यकारिणी?
दरअसल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी पार्टी का एक प्रमुख विचार-विमर्श करने वाला निकाय है, जो सरकार के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिलता है और संगठन के एजेंडे को आकार देता है. कोरोना महामारी की वजह से लंबे समय से कार्यकारिणी की बैठक नहीं हो पाई है. कुल मिलाकर देखा जाए तो बीजेपी की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लगभग 30 फीसदी बदलाव किया गया है. बाहर से बीजेपी में आए बहुत सारे नेताओं को कार्यकारिणी में जगह लिया गई है.