‘अखिलेश यादव की पिच पर खेल रहे है स्वामी प्रसाद’, मानस विवाद पर बोले केशव मौर्या

उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के निकट श्रृंगवेरपुर में आयोजित दो दिवसीय रामायन कॉन्क्लेव का उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने बुधवार को शुभारंभ किया. इस मौके पर उन्होंने रामचरित मानस को लेकर विवाद पैदा करने वालों को आड़े हाथों लिया. स्वामी प्रसाद मौर्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो मुद्दे उनकी समझ से बाहर हैं, उनपर राजनीति नहीं करनी चाहिए. कहा कि स्वामी प्रसाद दरअसल अखिलेश यादव की पिच पर खेल रहे हैं और जानबूझकर श्रीराम चरित मानस पर सवाल उठा रहे हैं.
मानस विवाद पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने टिप्पणी करते हुए कहा कि इस समय श्रीराम चरित मानस पर जो लोग टिप्पणी कर रहे हैं, उन्हें खुद मानस की समझ नहीं है. उन्होंने कहा कि राजनीति में धार्मिक मामलों को नहीं लाना चाहिए. यदि ला रहे हैं तो कम से कम उन मुद्दों को ठीक से समझ लेना चाहिए. लेकिन लोग नासमझी में ऐसा कर रहे हैं और खुद को शर्मिंदा कर रहे हैं. इससे पहले डिप्टी सीएम ने प्रयागराज में सपा सुप्रीमो पर हमला किया. सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस पिच पर स्वामी प्रसाद मौर्या खेल रहे हैं, उसके डायरेक्टर अखिलेश यादव हैं.
संगम से आसान होगा अयोध्या का सफर
रामायन कॉन्क्लेव का उद्घाटन करने पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि समूचा देश इस समय विकास के पथ पर है. 2014 से पहले वाले श्रृंगवेरपुर और आज के श्रृंगवेरपुर में काफी बदलाव हुआ है. यह बदलाव अब दिखने भी लगा है. उन्होंने कहा कि प्रयागराज में 2025 में महाकुंभ आयोजित होने वाला है. उससे पहले समय के लिहाज से संगम से श्रृंगवेरपुर की दूरी कम हो जाएगी. इससे जो भी लोग संगम में डुबकी लगाने आएंगे, यहां भी जरूर आने की कोशिश करेंगे. इसके अलावा उन्हें चित्रकूट से लेकर अयोध्या दर्शन की भी सुविधा होगी. इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए 2025 से पहले श्रृंगवेरपुर को विकसित करने की कार्ययोजना तैयार की गई है.
रामगमन मार्ग पर चार लेन का ब्रिज
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने बताया कि राम गमन मार्ग पर चार लेन का ब्रिज बनाया जा रहा है. यह ब्रिज श्रृंगवेरपुर को प्रयागराज रिंगरोड से जोड़ेगा. इससे लोग आराम से कार में सवार होकर प्रयागराज से श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट पहुंच सकेंगे. इससे इस क्षेत्र के धार्मिक पर्यटन में इजाफा होगा. वहीं लोग भगवान राम से जुड़े स्थानों पर आसानी से पहुंच सकेंगे.