‘गुंडे पुकारते हैं अखिलेश आइए’… बीजेपी ने निकाय चुनाव को लेकर लांच किया वीडियो सॉन्ग
लखनऊ। यूपी में नगर निकाय चुनाव को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। निकाय चुनाव का मतदान आगामी 4 मई और 11 मई को होना है। वहीं निकाय चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपना नया कैंपेन सॉन्ग लांच कर सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा है। बता दें कि बीजेपी ने नया कैंपेन सॉन्ग ‘गुंडे पुकारते हैं अखिलेश आइए’ लांच किया है वहीं इस वीडियो सॉन्ग को बीजेपी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है। इस वीडियो में माफिया अतीक अहमद को भी दिखाया गया है।
गुंडे पुकारते हैं अखिलेश आइए… pic.twitter.com/5R9IU1bfox
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) April 24, 2023
खबरों की मानें तो इस वीडियो सॉन्ग को चुनाव में प्रचार वाहनों पर दिखाया जाएगा। दरअसल यह सॉन्ग ये गाना समाजवादी पार्टी के 2023 विधानसभा चुनाव के थीम सॉन्ग ‘जनता पुकारती है अखिलेश आइए…’ की थीम पर बनाया गया है। वहीं बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के थीम सॉन्ग पर इस सॉन्ग से पलटवार किया है। साथ ही इस वीडियो में मुजफ्फरनगर दंगों, महिलाओं के खिलाफ अपराध, अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, गायत्री प्रजापति को भी दिखाया गया है।
बीजेपी के नए कैंपेन सॉन्ग के बोल हैं, ”गुंडे पुकारते हैं अखिलेश आइए, दंगों में फिर यूपी को वापस जलाइए। यूपी को जिसने लूटा, वो नेता तुम्हीं तो थे। जेपी के सपने तोड़ दिए, वो बेटे तुम्हीं तो थे। एक बार फिर से टोंटी चुराइए। गुंडे पुकारते हैं अखिलेश आइए।” इसके अलावा सॉन्ग के बोल में ‘मुख्तार और अतीक का उद्धार तुम्हीं ने किया…’ जिसमें अतीक अहमद और अखिलेश यादव की नजदीकियां दिखाई गई है। इसके अलावा मुजफ्फरनगर दंगों, महिलाओं के खिलाफ अपराध को भी को भी दिखाया गया है।
वहीं बीजेपी के नए कैंपेन सॉन्ग पर समाजवादी पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। समाजवादी पार्टी के मीडिया ट्वीटर हैंडल ने बीजेपी के वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा कि भाजपाइयों को सामाजिक न्याय की बात करने वाले, दलित, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों की बात करने वाले गुंडे लगते हैं। यह सिर्फ मुख्यमंत्री के स्वजातीय को ही सही मानते हैं बाकी सबको ये गुंडा बताते हैं। इसी मानसिकता के कारण योगी की भाजपा सरकार दलितों-वंचितों के साथ अन्याय और भेदभाव करती है।