पालीटेक्निक संस्थानों के पाठ्यक्रमों का करें व्यापक प्रचार, खाली न रहें सीटें : आशीष पटेल
- प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों संग विभागीय कार्यों की समीक्षा की
लखनऊ। पॉलीटेक्निक संस्थानों में संचालित पाठ्यक्रमों का ज्यादा से ज्यादा छात्र लाभ उठायें और देश व प्रदेश की तरक्की में अपना योगदान दे सकें, इसके लिए पॉलिटेक्निक संस्थानों में संचालित किये जाने वाले पाठ्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं, जिससे संस्थानों में सीटें खाली न रहें। पॉलिटेक्निक संस्थानों के लिए आवश्यक बजट उपलब्ध है। ये बातें प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कही।
वे विधान भवन स्थित सभा कक्ष में प्राविधिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र युवाओं को मिले। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों के लिए जारी होने वाले बजट का उपयोग गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध रूप से निर्माण कार्यों को पूरा करने में किया जाय। निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके पॉलीटेक्निक कालेजों में शिक्षणेत्तर कार्य तत्काल शुरू कर दिया जाय।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि संस्थानों में समूह-‘ग’ के रिक्त पदों का अधियाचन उ0प्र0 अधीनस्थ चयन आयोग को उपलब्ध कराया जाए। साथ ही तीनों तकनीकी विश्वविद्यालयों के रिक्त पदों की स्थिति एवं अधियाचन की रिपोर्ट 16 जनवरी तक शासन को उपलब्ध कराया जाय। भारत सरकार एवं उप्र सरकार के नियमों व शासनादेश के अनुसार रिक्त पदों को भरे जाने हेतु शीघ्र कार्यवाही की जाय। उन्होंने प्राविधिक विश्वविद्यालयों व इंजीनियरिंग कालेजों में शैक्षिक स्टाफ व निदेशकों की नियुक्ति प्रक्रिया को और बेहतर व पारदर्शी बनाने को कहा।
मंत्री ने खनन अभियांत्रिकी का नया पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने हेतु अधिकारियों से विचार-विमर्श किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खनन अभियांत्रिकी का नया पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने के संबंध में पूर्ण प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेजों तथा पॉलिटेक्निक कॉलेजों की अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये
बैठक में प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा सुभाष चंद्र शर्मा, विशेष सचिव अन्नावी दिनेश कुमार, कृपा शंकर, संयुक्त सचिव प्रभाकर चंद्र मिश्रा, कुलपति एच०बी०टी०यू० कानपुर, एम०एम०एम०यू०टी० गोरखपुर, निदेशक के०एन०आई०टी० सुल्तानपुर, बी०आई०ई०टी० झांसी, यू०पी०टी०टी०आई0 कानपुर तथा निदेशक राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अंबेडकरनगर, आजमगढ, बांदा, बिजनौर, सोनभद्र, मैनपुरी, कन्नौज सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।