दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रोजगार बजट पेश होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि 20 लाख नौकरियों के इस बजट को बहुत रिसर्ज करके बनाया गया है. आज दिल्ली में 1 करोड़ 68 लाख लोग नौकरी करने में सक्षम हैं. इसमें से सिर्फ एक तिहाई के पास नौकरी है. आज 56 लाख के पास नौकरी है, हमें इसे 76 लाख तक लेकर जाना है. ये कोई खोखले वादे नहीं है.
केंद्र शासित प्रदेश के बजट पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज के बजट का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 20 लाख नई नौकरियां पैदा करना था. यह कोई चुनावी वादा नहीं है, बल्कि इस ‘साहसिक और अभिनव’ बजट में एक बड़ी घोषणा है. हमारा लक्ष्य नौकरियों की संख्या को कम से कम 12% – 33% से बढ़ाकर 45% करना है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल पर्यटकों को आकर्षित करेगा, रोजगार पैदा करेगा. दिल्ली बाजार पोर्टल सभी दुकानों और बाजारों को कवर करेगा, अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा. वहीं पानी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मुफ्त पानी की आपूर्ति के लिए प्रयास जारी है. मुफ्त पानी, मुफ्त बिजली, स्वास्थ्य, परिवहन, शिक्षा ने महंगाई के बीच लोगों की जिंदगी आसान की है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बजट में एक और बड़ी घोषण की गई है. जिसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं गया. जब आप रेड लाइट पर रूकते हैं तो कोई बच्चा आपसे आकर कुछ मांगता है, पैसे या खाने के लिए कुछ मांगता है. उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं देता. क्योंकि वो वोटर नहीं है. इस बजह में हमने उनके लिए बोर्डिंग स्कूल की व्यवस्था की है. पहले जो भी प्रयास हुए वो पूरी तरह विफल रहे क्योंकि पहले के प्रयास में मानवता नहीं थी. मैं पहले देखता था कि इन बच्चों को सीपी के हनुमान मंदिर के पास से लेकर आया जाता था और जेलों में या चाइल्ड केयर सेंटर में बंद कर दिया जाता था और इनकी तरह कोई ध्यना नहीं दिया जाता था. अब इन बच्चों को मानवता और शिक्षा के साथ जोड़कर समाज से जोड़ा जाएगा.