फसलों पर टिड्डा दल के आक्रमण की संभावना, किसानों के लिए जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर
लखनऊ। किसान भाइयों सावधान! टिड्डा दल फसलों पर आक्रमण कर सकता है। इसको लेकर अलर्ट रहें। पहले से ही बचाव की तैयारियां कर लें। अगर कहीं टिड्डा दल दिखे तो इसकी सूचना तुरंत ही कृषि विभाग, प्रशासन को दें जिससे इस पर तुरंत नियंत्रण किया जा सके। टिड्डा दल लखनऊ में नुकसान न पहुंचाए इसके लिए पहले से ही अलर्ट रहें। इसको लेकर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सभी किसान भाइयों को एडवाइजरी जारी की है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, पंजाब और हरियाणा में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा चुके टिड्डा दल का लखनऊ जिले में प्रकोप बढ़ने की संभावना है। इसको देखते हुए पहले से ही एडवाइजरी जारी कर दी गई है। जिससे टिड्डा दल के आक्रमण को रोका जा सके।
ऐसे करें टि्डा दल के प्रकोप से बचाव-
टिड्डी दल के आक्रमण की निगरानी हेतु किसान भाई जागरूक रहे ताकि किसी भी तरह के प्रकोप की दशा में ससमय टिड्डी दल पर नियंत्रण पाया जा सके टिड्डी दल के प्रकोप की दशा में आप निम्नलिखित सुझावों एवं संस्तुतियो का अनुपालन करे-
- टिड्डी दल के प्रयोग की सूचना ग्राम प्रधान, लेखपाल, कृषि विभाग के प्राविधिक सहायको एवं ग्राम पंचायत अधिकारी के माध्यम से जिला प्रशासन तक तत्काल पहुँचाये।
- टिड्डी दल के प्रयोग की दशा में एक साथ इक्कठा होकर टीन के डिब्बों, थालियों आदि को बजाते हुए शोर मचाये शोर से टिड्डी दल आस पास के खेतों में आक्रमण नही कर पाएंगे।
- चूँकि गर्मी का मौसम एवं बलुई मिटटी का प्रजनन एवं अण्डे देने हेतु सार्वाधिक अनुकूल होता है, अतः बागो एवं खेतों में जुताई करवा दे तथा खेतों में पानी भरवा दे, ऐसी दशा में टिड्डी के विकास की सम्भावना समाप्त हो जाएगी।
- सूत्रों से पता चला है कि पंजाब में टिड्डी दल के नियंत्रण हेतु अग्निशमन (फायर बिग्रेड) विभाग की सहायता ली गई थी, अतः टिड्डी दल के नियंत्रण हेतु प्रशासन के माध्यम से अग्निशमन(फायर बिग्रेड) विभाग की भी सहायता ली जा सकती है।
- टिड्डी दल के न्यूनतम प्रकोप की दशा में कृषक भाई एक साथ मिलकर क्लोरपायरीफास 20%EC का छिड़काव करें।
- किसी भी खेत/बाग के आस पास आसमान में टिड्डियों का झुण्ड उठाता हुआ नजर आए तो तत्काल कृषि विभाग के जिला कृषि रक्षा अधिकारी 9454116359 एवं जिला कृषि अधिकारी 7607000265 को फोन से अवगत कराएं।
- कृषि विभाग को निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक विकास खण्ड के सहायक विकास अधिकारी (कृषि) तथा प्राविधिक सहायक, ए0टी0एम0 एवं बी0टी0एम0 क्षेत्रो में सतत निगरानी करते रहे, जिससे कि टिड्डी दल के आक्रमण से बागों एवं फसलों में किसी भी दशा में नुकसान न होने पाएं।