बारिश का कहर, उफान पर नदियां, बनारस का हाल बेहाल
वाराणसी। आधे हिंदुस्तान में आफत की बारिश ने कहर बरपा रखा है। यूपी, बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश सहित दर्जनभर प्रदेशों में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। पूर्वांचल भी इससे अछूता नहीं है। पूर्वांचल में भी हालात बिगडऩे लगे हैं। लगातार हो रही बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं।
गंगा ने रौद्र रुप धारण कर लिया है। वाराणसी और उसके आसपास के जिलों में गंगा का पानी रिहाइशी इलाकों में घुसने लगा है। लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर भाग रहे हैं। सरकार दावा कर रही है कि बाढ़ पर उसकी नजर है। एनडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है।
बाढ़ चौकियां बनाने के साथ ही हेल्पलाइन नंबर खोल दिए गए हैं, लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि सरकार का ये दावा सिर्फ चंद इलाकों में ही सीमित है। यदि बनारस की बात करें तो गंगा घाटों को छोड़कर अधिकांश इलाकों में राहत के नाम पर सिर्फ दिखावा किया जा रहा है।
बाढ़ राहत शिविरों में लोग भूखे पेट सोने को मजबूर हैं तो वरुणा किनारे वालों को शिविर भी नसीब नहीं है। बनारस की पहचान गंगा घाटों से होती है। यहां के विश्व प्रसिद्ध घाटों को देखने के लिए हजारों लोग प्रतिदिन पहुंचते हैं। आजकल राजघाट से लेकर सामने घाट तक बनारस के सभी 84 घाट पूरी तरह जलमग्न है।